आध्यात्मिक ज्ञान मे आज आप देखे उलटे भजन का सीधा भाव इस लेख क़ो पूरा पढने के लिए नीचेदीगई लिक पर क्लिक करें-डा०-दिनेश कुमार शर्मा चीफ एडीटर एम.बी.न्यूज-24💐💐💐💐

…..💐*”उलटे भजन का सीधा भाव”*💐

*********************************


एक बार एक व्यक्ति श्रीधाम वृंदावन में दर्शन करने गया। दर्शन करके लौट रहा था तभी एक संत अपनी कुटिया के बाहर बैठे बड़ा अच्छा पद गा रहे थे कि “हो नयन हमारे अटके श्री बिहारी जी के चरण कमल में” बार-बार यही गाये जा रहे था तभी उस व्यक्ति ने जब इतना मीठा पद सुना तो वह आगे न बढ़ सका और संत के पास बैठकर ही पद सुनने लगा और संत के साथ-साथ गाने लगा।
कुछ देर बाद वह इस पद को गाता-गाता अपने घर गया और सोचता जा रहा था कि वाह! संत ने बड़ा प्यारा पद गाया।

https://chat.whatsapp.com/BgMMZMFjcTxA7ywRo372Dr?mode=ems_copy_t
जब घर पहुँचा तो पद भूल गया अब याद करने लगा कि संत क्या गा रहे थे? बहुत देर याद करने पर भी उसे याद नहीं आ रहा था फिर कुछ देर बाद उसने गाया “हो नयन बिहारी जी के अटके, हमारे चरण कमल में” उलटा गाने लगा। उसे गाना था “नयन हमारे अटके बिहारी जी के चरण कमल में” अर्थात बिहारी जी के चरण कमल इतने प्यारे हैं कि नजर उनके चरणों से हटती ही नहीं हैं। नयन मानो वही अटक के रह गए हैं पर वो गा रहा था कि बिहारी जी के नयन हमारे चरणों में अटक गए। अब ये पंक्ति उसे इतनी अच्छी लगी कि वह बार-बार बस यही गाये जाता। आँखे बंद है बिहारी के चरण हृदय में है और बड़े भाव से गाये जा रहा है। जब बहुत समय तक गाता रहा तो अचानक क्या देखता है सामने साक्षात् बिहारी जी खड़े हैं।


झट चरणों में गिर पड़ा।
बिहारी जी बोले,”भईया! एक से बढ़कर एक भक्त हुए पर तुम जैसा भक्त मिलना बड़ा कठिन है। लोगो के नयन तो हमारे चरणों में अटक जाते हैं पर तुमने तो हमारे ही नयन अपने चरणों में अटका दिए और जब नयन अटक गए तो फिर दर्शन देने कैसे नहीं आता।”
भगवान बड़े प्रसन्न हो गए। वास्तव में बिहारी जी ने उसके शब्दों की भाषा सुनी ही नहीं क्योंकि बिहारी जी शब्दों की भाषा जानते ही नहीं हैं। वे तो एक ही भाषा जानते है, वह है भाव की भाषा! भले ही उस भक्त ने उलटा गाया पर बिहारी जी ने उसके भाव देखे कि वास्तव में ये गाना तो सही चाहता है। शब्द उलटे हो गए तो क्या! भाव तो कितना उच्च है! सही अर्थो में भगवान तो भक्त के हृदय का भाव ही देखते हैं।
*।।जय जय श्री राम।।*
*।।हर हर महादेव।।*

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *