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आज की कुछ खास खवरे-
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*बरसाना होली खेलने आ रहे हैं तो जानें ये जानकारी,इन जगहों पर होगी पार्किंग,कई रास्ते गाड़ियों के लिए बंद*

मथुरा।हिंदू धर्म में सबसे प्रमुख त्योहारों में से एक होली है।होली को पूरे देश में धूमधाम के साथ मनाया जाता है।देशभर में सबसे शानदार होली ब्रज में मनाई जाती है। कान्हा की नगरी मथुरा,राधारानी का धाम बरसाना और भक्ति से सराबोर वृंदावन में होली का जश्न एक अलग ही भव्यता से मनाया जाता है।

विश्वविख्यात ब्रज की होली की तैयारी तेज है।बरसाना में 7 मार्च को लड्डू मार होली खेली जाएगी,8 मार्च को लठमार होली खेली जाएगी,9 मार्च को नंदगांव में लठमार होली खेली जाएगी।होली खेलने के लिए देश-विदेश से श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ता है।इसके अलावा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी होली में शामिल हो सकते हैं।इसको ध्यान में रखते हुए पुलिस प्रशासन सुरक्षा व्यवस्था का पुख्ता इंतजाम कर रहा है।

होली पर बरसाना में श्रद्धालुओं की भीड़ न हो और जाम की स्थिति न बने इसके लिए पुलिस प्रशासन ने ट्रैफिक डायवर्जन किया गया है,जो श्रद्धालु अपने वाहनों से बरसाना पहुंचेंगे उनके लिए ट्रैफिक डायवर्जन प्लान आज से लागू हो जाएगा। लगभग 56 पार्किंग बनाई गई हैं।साथ ही बरसाना में कहां-कहां ट्रैफिक डायवर्जन रहेगा इसकी जानकारी पुलिस प्रशासन द्वारा दी गई।

पुलिस के मुताबिक छाता-बरसाना रोड (बरसाना चौराहा)- छाता से बरसाना की ओर जाने वाले कॉमर्शियल और भारी वाहनो को बरसाना चौराहा से कस्बा बरसाना की ओर नहीं जा पाएंगे।नन्दगांव कोसी से बरसाना की ओर जाने वाले कॉमर्शियल और भारी वाहनों को बरसाना तिराहा से कस्बा बरसाना की ओर नहीं जा पाएंगे।इसके अलावा गोवर्धन बरसाना रोड (नीम गांव तिराहा) कस्वा गोवर्धन से बरसाना की ओर जाने वाले वाहनो को नीम गांव तिराहा से कस्बा बरसाना की ओर नहीं जा पाएंगे।

कस्बा बरसाना की ओर जाने वाली नगर निगम और रोडवेज बसे जुनसुटी पार्किंग तक जा सकेंगी और वहीं से वापस जाएंगी,राणा की प्याऊ से बरसाना की ओर जाने वाले सभी प्रकार के वाहनों को प्रतिबंध किया गया है,गोवर्धन रोड नाला से बरसाना की ओर जाने वाले सभी प्रकार के वाहनों को प्रतिबंधित किया गया है,राधा विहारी इंटर कॉलेज के सहारे नाला बैरियर से बरसाना की ओर, कामा रोड से बरसाना की ओर आने वाले सभी प्रकार के वाहन प्रिया कुंड पुल के पास सुदामा चौक से पीली कोठी की ओर पूर्णत प्रतिबन्धित रहेंगे।

पुलिस प्रशासन द्वारा इस व्यवस्था को सुचारु करने के लिए 56 पार्किंग बनाई गई हैं।इसमें गोवर्धन रोड पर श्रीजी टाउनशिप के आगे, हनीफ का खेत, कमई रोड भट्टा की खाली पडी जमीन, हाथिया चौराहा, पेठा वाले पंडित के प्लाट के बराबर वाला खेत, पहम फौजी के प्लाट के आमने सामने श्रीजी टाउनशिप नई कॉलोनी निर्माणाधीन के सामने, श्रीराधारानी के सामने, परम यादव का खेत, क्रेसर की जमीन पर, नगर पंचायत कूड़ाघर के सामने, नरेन्द्र सेठ की जमीन आमने सामने पार्किंग बनाई गई है।

गोवर्धन रोड पर ही हीरा ठाकुर टेंट हाउस के आमने सामने, पदम फौजी के प्लाट के आमने सामने, गुड्डू सेठ के सामने, जनसुटी वाले के खेत पर पार्किंग (रोडवेड के लिए), जनसुटी वाले के खेत के सामने, गुड्डू सेठ की कॉलोनी, नगर पंचायत की पार्किंग शामिल है।इसके अलावा करहला रोड पर पांच, छाता रोड पर 17,नन्दगांव रोड पर 8, कामा रोड पर 5, रुपनगर रोड पर 3, ढभाला रोड पर 3 और कस्बा बरसाना में तीन पार्किंग बनाई गई है।
*महाकुंभ से रेलवे हुआ मालामाल,अकेले प्रयागराज में रिकॉर्ड तोड़ बिका टिकट,स्पेशल ट्रेनों से भी हुई कमाई*

प्रयागराज।विश्व के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन महाकुंभ श्रद्धालुओं का श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा था।इस दौरान प्रयागराज के आठ रेलवे स्टेशनों ने टिकट बेचने का कीर्तिमान बनाया है।महाकुम्भ रेलवे के लिए काफी लाभकारी रहा। महाकुंभ के दौरान प्रयागराज जिले में तीन जोन के नौ रेलवे स्टेशनों से कुल 186.99 करोड़ का टिकट बिका।

महाकुंभ में उत्तर मध्य रेलवे के चार स्टेशन प्रयागराज जंक्शन, सूबेदारगंज,नैनी और छिवकी में 11 जनवरी से 28 फरवरी तक 159.20 करोड़ का टिकट बिका।अर्धकुंभ 2019 में 86.65 करोड़ रुपये का टिकट बिका था।उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के फाफामऊ,प्रयाग,संगम स्टेशन से 21.79 करोड़ का टिकट बिका है।पूर्वोत्तर रेलवे के वाराणसी मंडल के रामबाग, झूंसी रेलवे स्टेशन से छह करोड़ का टिकट बिका।

रेलवे की टिकट बिक्री में अनारक्षित टिकटिंग सिस्टम (यूटीएस), स्वचालित टिकट वेंडिंग मशीन (एटीवीएम), पैसेंजर रिजर्वेशन सिस्टम (पीआरएस) काउंटर के अलावा सबसे बड़ी भूमिका मोबाइल अनारक्षित टिकटिंग सिस्टम (एमयूटीएस) ने निभाई।

पूरे प्रयागराज मंडल ने जनवरी के महीने में कमाई 306.06 करोड़ रुपये की कमाई की,जबकि लखनऊ मंडल ने कुल 358.07 करोड़ रुपये की कमाई की।कुल कमाई में यात्रियों के किराये के अलावा विज्ञापन, गुड्स, कैटरिंग, पार्किंग व अन्य यात्री सुविधाओं को भी शामिल किया गया है।टिकटिंग के विशेष इंतजाम इस दिशा में अहम रहे।

रेलवे ने तीन हजार महाकुंभ विशेष ट्रेनों के संचालन की योजना बनाई थी, लेकिन भीड़ का दबाव बढ़ा तो सात हजार से अधिक ट्रेनें चलाई गईं। प्रयागराज जंक्शन, सूबेदारगंज, नैनी, छिवकी, रामबाग, झूंसी, फाफामऊ व प्रयागराज संगम (महाकुंभ में कुछ दिन ही संचालन हुआ) से इन ट्रेनों का संचालन हुआ।

इनमें 4,540 विशेष ट्रेनें प्रयागराज से श्रद्धालुओं को लेकर रवाना हुईं और टिकट की बिक्री में इनमें बैठने वाले यात्रियों ने सबसे बड़ी भूमिका निभाई। इसके अलावा यहां 9,543 दैनिक ट्रेनों का संचालन हुआ और 415 रिंग रेल चलाई गईं। महाकुंभ की अवधि में 16,870 कुल ट्रेनों का संचालन किया गया।

टिकट खरीदने में संगम क्षेत्र भी खूब आगे रहा। यहां त्रिवेणी रोड और किला रोड पर सात यूटीएस,चार एटीवीएम और दो पीआरएस काउंटर बनाए गए थे। यहां 1.65 लाख श्रद्धालुओं ने 3.11 करोड़ का टिकट खरीदा। वहीं 4.41 लाख यात्रियों को ट्रेन के अंदर टीटीई द्वारा एमयूटीएस से 6.03 करोड़ का टिकट दिया गया।

प्रयागराज के अलावा भी कई स्टेशनों से महाकुंभ के टिकट अधिक संख्या में खरीदे गए।इसमें लखनऊ से 71.77 करोड़, वाराणसी जंक्शन से 110.40 करोड़, अयोध्या कैंट से 20.36 करोड़, अयोध्या जंक्शन से 23.83 करोड़ रुपये की टिकट बिक्री हुई। फाफामऊ, संगम और प्रयाग का भी आंकड़ा जोड़ दें तो 247.71 करोड़ रुपये की टिकट बिक्री हुई।

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