आज की कुछ खास खवरे-
***********************
➡️ लखनऊ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में कैबिनेट बैठक संपन्न, बैठक में लिए गए महत्वपूर्ण निर्णय । कृषि विभाग उत्तरप्रदेश एग्रीटेक नीति 2024 पर लगी मुहर…
~किसानों हेतु डिजिटल रजिस्ट्री कार्यक्रम की शुरुआत, कृषि विकास दोगुना करने का लक्ष्य
पशुधन विभाग
पशुधन कुक्कुट एवं मत्स्य आहार प्रोत्साहन नीति 2024, व उत्तरप्रदेश चारा नीति 2024 को मंजूरी…
पशुओं हेतु संतुलित आहार को बढ़ावा देने का लक्ष्य
भारत सरकार योजनांतर्गत मवेशियों को कृत्रिम गर्भाधान के लिए पंजीकृत करने वाले कृषकों को प्रोत्साहित करने का लक्ष्य…
दुग्धापादन के लिए अच्छी नस्ल की गायों के वृद्धि के लिए आहार नीति लाई गई..
वेतन समिति की संस्तुतियों को मंजूरी/- 656 सिक्योरिटी गार्ड्स, 2130 अध्यापकों के मानदेय में वृद्धि,सिक्योरिटी गार्ड्स के प्रोत्साहन भत्ते में वृद्धि….
(राज्यपाल व मुख्यमंत्री के अंतर्गत आने वाले सिक्योरिटी गार्ड्स हेतु)
(माध्यमिक विद्यालयों में व्यावसायिक शिक्षको हेतु)
माध्यमिक शिक्षा विभाग/
अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षको के रिक्त पदों पर भर्ती हेतु 2200 शिक्षको को 25 हजार,30 हजार मानदेय पर पुनर्नियुक्ति को मंजूरी
(तदर्थ शिक्षको हेतु)…
कानपुर देहात में माध्यमिक शिक्षा विभाग की 5 एकड़ भूमि को समाज कल्याण विभाग को हस्तांतरित करने को मंजूरी, जयप्रकाश नारायण सर्वोदय विद्यालय निर्माण हेतु भूमि की जरूरत थी,इसके निर्माण हेतु प्रस्ताव को मंजूरी
•प्रदेश में औद्योगिक निवेश प्रोत्साहन हेतु एम एस एम ई के साथ आई टी पी ओ के साथ एमओयू को मंजूरी,इसके तहत लखनऊ वाराणसी में भारत मण्डपम दिल्ली की तर्ज़ पर कन्वेंशन सेंटर बनाने हेतु कार्य होगा.
स्पेशल इन्वेस्टमेंट रीजन एक्ट बनाने हेतु प्रस्ताव को मंजूरी,इसके तहत उत्तरप्रदेश देश का चौथा राज्य होगा जिसमें यह एक्ट लागू होगा,उत्तरप्रदेश में इसका नाम NIRMAN ACT (नोडल इन्वेस्टमेंट रीजन फ़ॉर मैन्युफैक्चरिंग) होगा….
वर्तमान ने 3 राज्य (गुजरात,कर्नाटक, राजस्थान) राज्यो में यह एक्ट है…
इसके अतिरिक्त 2 प्रस्ताव गृह विभाग अंतर्गत को मंजूरी,03 इलेक्ट्रिक वाहन खरीद व रूटीन पट्टा व ध्वस्तीकरण हेतु प्रस्ताव
➡️मुख्यमंत्री से भारतीय प्रशासनिक सेवा (यूपी कैडर-2023 बैच) के 16 प्रशिक्षु अधिकारियों ने की मुलाकात
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ने दिया मार्गदर्शन- अभी से तय करें दृष्टि और दिशा
लखनऊ, 2 जुलाई । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को अपने सरकारी आवास पर भारतीय प्रशासनिक सेवा में चयनित प्रशिक्षु अफसरों (2023 बैच) से मुलाकात की। सीएम ने सभी को शुभकामनाएं दीं, फिर अफसरों का मार्गदर्शन किया। सीएम ने कहा कि संवाद, अच्छा व्यवहार और अपने कार्यों में शुचिता बनाए रखें, इससे हर समस्याओं का समाधान होगा। सीएम ने प्रशिक्षण के दौरान फील्ड में किए गए कार्यों के बारे में भी अफसरों से जानकारी ली। सीएम ने शुभकामनाएं देते हुए बोले कि बेहतरीन पारी खेलिए और कुछ नयापन दीजिए।
अभी से तय कीजिए दृष्टि और दिशा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि लोकतंत्र में संवाद सबसे बड़ी ताकत है। फील्ड में जब भी जाएं तो आमजन से संवाद स्थापित करें। संवाद शून्य होने से लोगों में असंतोष होता है। उनसे अच्छा व्यवहार करें और कार्यों में शुचिता बरकरार रखें। इससे आपकी छवि अलग और अतुलनीय बनेगी। आम आदमी की किसी भी समस्या को छोटी न समझें, क्योंकि पीडि़त के लिए वह समस्या काफी मायने रखती है। समस्या का समाधान हो जाता है तो वह अधिकारी आमजन का विश्वास हासिल कर लेता है। जमीनी धरातल पर जुड़े लोगों से कभी कटें नहीं। किसी भी समस्या को बड़ी न बनने दें, बल्कि संवाद के जरिए उसका तत्काल रास्ता निकालें। प्रशिक्षु अधिकारी जनप्रतिनिधियों से भी संवाद स्थापित करें।
टालने की आदत छोड़ें, पीड़ित की सुनवाई करें
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि टालने की आदत छोड़ें। पीड़ित की सुनवाई करें। टालने की आदत से असंतोष पैदा होता है। यह आदत ठीक नहीं होती। समय पर निर्णय लेने की आदत डालें। आईजीआरएस-सीएम हेल्पलाइन की शिकायत सीधे हमारे पास इसलिए आती, क्योंकि सुनवाई स्थानीय स्तर पर ठीक से नहीं होती। इसलिए पीड़ित की सुनवाई करें और मेरिट के आधार पर समयसीमा के भीतर समस्याओं का निस्तारण भी करें। सीएम ने यह भी कहा कि प्रतिदिन एक घंटा जनता की सुनें। जनप्रतिनिधियों व स्थानीय संगठनों की समस्याएं भी सुनें।
सीखने और पढ़ने की आदत निरंतर रखें
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रशिक्षु अफसरों से कहा कि सीखने और पढ़ने की आदत निरंतर रखें। शासन से कोई जीओ गया है तो उसे स्वयं पढ़ें, न कि किसी अन्य पर निर्भर रहें। आपकी दृष्टि औरों से अलग होगी। इसे पढ़कर रिजल्ट में बदलें। प्रशासनिक अधिकारी के रूप में अच्छा मॉडल दें। इससे आपके अधीनस्थ भी कार्यों में रूचि लेंगे। गांवों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कार्य करें। मॉडल विलेज बनाने की तरफ सोचें। इसके लिए ग्रामीणों से संवाद करें, श्रमदान के जरिए भी कई कार्य प्राथमिकता से हो सकते हैं। सीएम ने कहा कि अफसर के रूप में नगर निकायों, तहसीलों, थाने और ब्लॉक को स्वावलंबी बनाएं। सीएम ने अफसरों को सीख दी कि गलत तत्वों से हर हाल में दूरी बनाएं। घर की बजाय लोगों को ऑफिस में बुलाएं और वहीं संवाद बनाएं।
यह प्रशिक्षु अफसर रहे मौजूद
अनुभव सिंह, दीपक सिंहवाल, गुंजिता अग्रवाल, ईशिता किशोर, काव्या सी, महेंद्र सिंह, चलुआ राजू, नारायणी भाटिया, नितिन सिंह, रिंकू सिंह राही, साहिल कुमार, साईं आश्रित शाखामूरी, शिशिर कुमार सिंह, स्मृति मिश्रा, स्वाति शर्मा और वैशाली।