हाथरस – हसायन ब्लाक के गाँव महासिंह पुर के किसान चकबंदी के विरोध में आज एक बार फिर से जिलाधिकारी कार्यालय पहुँचे। सभी किसान काफी देर तक बाहर धूप में ही बैठे रहे। किसानों ने प्रसासन पर वादा खिलाफी का आरोप लगाया। किसान चरण सिंह ने बताया कि “27 मई को उपजिलाधिकारी सिकंदराऊ के द्वारा किसानों का क्रमिक अनशन ख़त्म कराते समय कहा गया था कि हम जल्द ही आपके गाँव से चकबंदी ख़त्म कराने के लिए शासन को रिपोर्ट भेजेंगे। , जिसकी एक कॉपी आपको भी देदी जायेगी। आज तक लगभग एक महीना बीत गया मगर हमारे गाँव की रिपोर्ट शासन को नहीं भेजी गयी। इस बीच हमनें कई बार जिलाधिकारी महोदय से मुलाक़ात की मगर हमें कोई कॉपी नहीं दी गयी। जिलाधिकारी कहते रहेकि आपके गाँव में चकबंदी से जुडा कोई अधिकारी नहीं जायेगा। मगर यह सब झूठ निकाला कल गाँव में दो लेखपाल कुछ फॉर्म लेकर अचानक आगये और कहने लगे कि हमें हमारे उच्च अधिकारीयों ने भेजा है। आज हम सभी यहाँ केवल एक सवाल का जवाव जानने आये हैं कि क्या हमारे अधिकारीयों के वादे की कोई अहमियत नहीं है।
गौरतलब है कि गाँव महासिंह पुर में काफी दिनों से चकबंदी प्रकिया का विरोध किया जा रहा है। इसी को लेकर गाँव में किसानो ने 23 दिनों तक क्रमिक अनशन भी किया था। जिलाधिकारी कार्यालय पर आज पहुँचने वाले किसान चरण सिंह, लोकेश कुमार, चद्रभूषण, संदीप कुमार, प्रताप सिंह, महेश कुमार, विष्णु दत्त, कृष्ण कुमार आदि थे।किसानों के साथ ठाकुर लक्ष्मण सिंह भी मौजूद रहे।